देवउठनी एकादशी 2025: करें पूजा और पाएं अपार लाभ! 🌸🙏

हर साल हिंदू पंचांग में देवउठनी एकादशी का खास महत्व होता है। यह दिन भगवान विष्णु की पूजा और व्रत के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। 🕉️ इस दिन की विशेषता है कि इस दिन से भगवान विष्णु का चिरंतन निद्रा (योगिनी) से जागरण होता है, और इस दिन से धार्मिक क्रियाओं का शुभारंभ होता है। ✨
देवउठनी एकादशी 2025 की तारीख और शुभ मुहूर्त 📅
इस साल देवउठनी एकादशी 26 अक्टूबर 2025 को है। इस दिन व्रत और पूजा के लिए शुभ समय इस प्रकार है:
- एकादशी तिथि आरंभ: 26 अक्टूबर 2025, सुबह 06:00 बजे
- एकादशी तिथि समाप्ति: 27 अक्टूबर 2025, सुबह 07:30 बजे
- सूर्योदय: 06:15 बजे
- सूर्यास्त: 18:15 बजे
देवउठनी एकादशी का महत्व 🌟
देवउठनी एकादशी को प्रबोधिनी एकादशी भी कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की विशेष पूजा का महत्व है क्योंकि:
- इस दिन से देवताओं का आध्यात्मिक जागरण होता है। 🙏
- व्रत और पूजा से पापों का नाश होता है। 🔥
- धार्मिक कर्म और दान का विशेष महत्व बढ़ जाता है। 💝
- इस दिन की पूजा से घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है। 🏡
पूजा विधि और साधारण उपाय 🛕
देवउठनी एकादशी पर कुछ सरल उपाय और पूजा विधि इस प्रकार है:
1. व्रत का निर्णय और तैयारी 🍃
इस दिन व्रत रखने का निर्णय सुबह जल्दी उठकर करें। स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें। घर को साफ-सुथरा रखें और पूजा स्थल पर दीपक और फूल सजाएँ। 🌼
2. भगवान विष्णु की पूजा 🕉️

पूजा में भगवान विष्णु की तस्वीर या मूर्ति का स्थान तय करें। तुलसी के पत्ते, सिंदूर, अक्षत और गंध का उपयोग करें। पूजा करते समय निम्नलिखित मंत्रों का उच्चारण लाभकारी होता है (ध्यान रहे ये सामान्य और स्वीकृत स्तोत्र आधारित):
- “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय”
- “ॐ नमः नारायणाय”
- “ॐ श्रीकृष्णाय नमः”
- “ॐ विष्णवे नमः”
- “ॐ सह नाववतु सह नौ भुनक्तु”
3. दान और सेवा 🙏
इस दिन किसी गरीब या जरूरतमंद को अनाज, कपड़े या भोजन दान करने से पुण्य मिलता है। दान के साथ शांति और प्रेम का भाव रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है। 💝
4. संध्याकालीन पूजा और आरती 🕯️
संध्याकाल में भगवान विष्णु का दीपक जलाकर आरती करें। भजन और कीर्तन से घर का वातावरण पवित्र होता है। 🕯️🎶
5. भोजन और व्रत का समापन 🍛
एकादशी का व्रत पूर्ण करने के बाद हल्का और सरल भोजन करें। उपवास के दिन दाल, चावल, फल और दूध का सेवन उचित माना जाता है। 🌾🥛
देवउठनी एकादशी के विशेष लाभ 🌈
इस दिन पूजा और व्रत के कई लाभ हैं:
- सभी पाप नष्ट होते हैं और आत्मा को शांति मिलती है। ✨
- धन, स्वास्थ्य और परिवार में सुख-शांति बढ़ती है। 💰💖
- धार्मिक ज्ञान और आध्यात्मिक चेतना में वृद्धि होती है। 📿
- मित्रता और सामाजिक संबंध मजबूत होते हैं। 🤝
अंतिम सुझाव और मानव-संबंधी टिप्स 🌺
देवउठनी एकादशी के दिन केवल पूजा और व्रत ही नहीं, बल्कि दूसरों के प्रति प्रेम और सेवा का भाव भी रखना आवश्यक है। इस दिन तनावमुक्त रहें और मन को शांति दें। 😌💫
याद रखें कि भले ही हम मंत्र जप, पूजा और दान करें, पर सच्चा लाभ और पुण्य वही मिलता है जो दिल से किया जाए। 🧘♂️❤️
तो इस देवउठनी एकादशी अपने परिवार और मित्रों के साथ मिलकर पूजा करें, व्रत रखें और अपने जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का अनुभव करें। 🌸🙏