❄️ ठंड और कोहरे का असर: UP रोडवेज की नई गाइडलाइन, अब रात 8 बजे के बाद ऐसे नहीं चलेंगी बसें 🚌

यूपी में ठंड और घने कोहरे ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित करना शुरू कर दिया है। सुबह और रात के समय सड़कों पर विजिबिलिटी बेहद कम हो जाती है, जिससे सड़क हादसों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। इसी को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) ने बस संचालन को लेकर एक अहम फैसला लिया है। 😯
यूपी रोडवेज की नई गाइडलाइन के अनुसार अब रात 8 बजे के बाद सभी बसें पहले की तरह नहीं चलेंगी। यात्रियों की संख्या के आधार पर ही बसों के संचालन का निर्णय लिया जाएगा।
🕗 रात 8 बजे के बाद बसों के लिए नया नियम
UPSRTC द्वारा जारी दिशा-निर्देश के मुताबिक, यदि किसी बस में रात 8 बजे के बाद 25 से कम यात्री होते हैं, तो ऐसी बस को सड़कों पर चलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। 🚫
यानि साफ शब्दों में कहा जाए तो:
- ✅ 25 या उससे अधिक यात्री – बस चलेगी
- ❌ 25 से कम यात्री – बस नहीं चलेगी
यह नियम ठंड के पूरे मौसम में लागू रहेगा और सभी डिपो को इसका सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं।
🌫️ ठंड और कोहरे में क्यों लिया गया ये फैसला?
सर्दियों के मौसम में उत्तर प्रदेश के कई जिलों में घना कोहरा देखने को मिलता है। कई बार विजिबिलिटी 10–20 मीटर तक सिमट जाती है। ऐसे में:
- 🚨 सड़क हादसों का खतरा बढ़ जाता है
- 😟 ड्राइवरों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है
- 🚌 खाली या कम यात्री वाली बसें घाटे का सौदा बन जाती हैं
UPSRTC का मानना है कि कम यात्रियों वाली बसें चलाने से न केवल आर्थिक नुकसान होता है, बल्कि सुरक्षा जोखिम भी बढ़ता है। इसी वजह से यह कड़ा लेकिन जरूरी फैसला लिया गया है।
☀️ दिन में भी बदला नियम

सिर्फ रात ही नहीं, बल्कि दिन के समय भी बस संचालन को लेकर नया नियम लागू किया गया है। अब:
दिन में किसी भी बस को चलाने के लिए कम से कम 35 यात्रियों का होना जरूरी होगा। 🧍🧍🧍
यदि दिन के समय यात्रियों की संख्या 35 से कम होती है, तो उस बस को भी रद्द किया जा सकता है या दूसरी बसों में यात्रियों को शिफ्ट किया जाएगा।
👮♂️ ड्राइवर और कंडक्टर के लिए सख्त निर्देश
UPSRTC ने बस चालकों और परिचालकों के लिए भी खास दिशा-निर्देश जारी किए हैं ताकि ठंड और कोहरे में किसी भी तरह की लापरवाही न हो।
- 🚦 कोहरे में धीमी गति से बस चलाना
- 💡 फॉग लाइट और हेडलाइट का सही इस्तेमाल
- 📵 ड्राइविंग के दौरान मोबाइल फोन का उपयोग न करना
- 🛑 ओवरटेक से बचना
- 🧊 शीशों और वाइपर की नियमित जांच
नियमों का उल्लंघन करने पर संबंधित कर्मचारी पर विभागीय कार्रवाई भी की जा सकती है।
😟 यात्रियों पर क्या पड़ेगा असर?
इस फैसले से यात्रियों पर मिला-जुला असर देखने को मिल सकता है।
नुकसान:
❌ कुछ रूट्स पर रात में बसें कम मिलेंगी
❌ अंतिम समय पर यात्रा करने वालों को परेशानी हो सकती है
फायदा:
✅ सुरक्षित यात्रा
✅ हादसों की संभावना कम
✅ अनावश्यक देरी से बचाव
UPSRTC का कहना है कि यात्रियों की सुरक्षा उनकी पहली प्राथमिकता है, इसलिए यह फैसला लिया गया है।
🏙️ किन जिलों में ज्यादा असर?
यूपी के कई जिलों में ठंड और कोहरे का असर ज्यादा देखने को मिल रहा है, जैसे:
- लखनऊ
- कानपुर
- आगरा
- मेरठ
- बरेली
- वाराणसी
- गोरखपुर
इन इलाकों में रात के समय कोहरा ज्यादा घना होता है, इसलिए यहां यह नियम और भी सख्ती से लागू किया जाएगा। 🌫️
📢 UPSRTC की अपील
यूपी रोडवेज ने यात्रियों से अपील की है कि:
- 🕕 यात्रा से पहले बस की जानकारी जरूर लें
- 📍 वैकल्पिक साधनों की तैयारी रखें
- 🧣 ठंड से बचाव के पूरे इंतजाम करें
साथ ही यह भी कहा गया है कि स्थिति सामान्य होने पर इन नियमों में बदलाव किया जा सकता है।
🔚 निष्कर्ष
ठंड और कोहरे को देखते हुए यूपी रोडवेज का यह फैसला सुरक्षा और आर्थिक दोनों नजरिए से अहम माना जा रहा है। 😌
हालांकि इससे कुछ यात्रियों को परेशानी हो सकती है, लेकिन लंबे समय में यह कदम दुर्घटनाओं को कम करने और बेहतर बस संचालन में मदद करेगा।
अगर आप भी रात में यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, तो बस की स्थिति पहले जरूर जांच लें, ताकि आखिरी समय पर कोई दिक्कत न हो। 🚌❄️
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