⚠️ Cyclone Montha का कहर: कब और कहां करेगा लैंडफॉल, कितनी तेज़ चलेगी हवा? पूरी जानकारी यहां 🌪️
भारत के दक्षिणी राज्यों में Cyclone Montha का खतरा मंडरा रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इसे “Severe Cyclonic Storm” की श्रेणी में रखा है। यह चक्रवात फिलहाल बंगाल की खाड़ी से आगे बढ़ते हुए आंध्र प्रदेश के तट की ओर तेजी से बढ़ रहा है। लोगों में डर के साथ-साथ सतर्कता भी देखी जा रही है क्योंकि इस बार हवा की रफ्तार सामान्य नहीं बल्कि बहुत तेज़ बताई जा रही है। 🌊
📍 Cyclone Montha कहां और कब करेगा लैंडफॉल?
IMD की रिपोर्ट के अनुसार, चक्रवात मोंथा सोमवार शाम से रात के बीच मछलीपट्टनम (Machilipatnam) और काकीनाडा (Kakinada) के बीच जमीन से टकराएगा। दोपहर 1:30 बजे तक यह अपने केंद्र से करीब 100 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व में था। यानी अब यह सीधे समुद्री तट की ओर तेजी से बढ़ रहा है।
यह चक्रवात उत्तर-उत्तर पश्चिम दिशा में लगभग 12-15 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से आगे बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने कहा है कि इसके असर से कई जिलों में रात तक भारी से बहुत भारी बारिश और तेज़ हवाएं चलेंगी। 🌧️
🌪️ किन-किन राज्यों पर पड़ेगा Cyclone Montha का असर?
इस तूफान का सीधा असर आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों पर पड़ेगा। खास तौर पर कृष्णा, काकीनाडा, पश्चिम गोदावरी और विशाखापट्टनम जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है।
वहीं, ओडिशा के दक्षिणी जिलों जैसे गजपति, गंजाम, रायगढ़ा और कोरापुट में भी भारी बारिश और तेज़ हवाओं की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग ने कहा है कि अगले 48 घंटों में झारखंड, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में भी बारिश देखने को मिल सकती है। 🌧️
💨 हवा की रफ्तार और दबाव कितना रहेगा?
IMD के मुताबिक, Cyclone Montha की अधिकतम हवा की गति 90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है, जबकि कुछ झोंकों में यह 110 किमी/घंटा तक भी पहुंच सकती है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, जैसे-जैसे यह चक्रवात तट के करीब पहुंचेगा, इसका दबाव कम होगा और इसके बाद यह धीरे-धीरे कमजोर पड़ जाएगा। यानी लैंडफॉल के बाद यह “Severe Cyclonic Storm” से “Cyclonic Storm” और फिर “Depression” में बदल जाएगा।
⚠️ लोगों के लिए चेतावनी और जरूरी कदम

मौसम विभाग और राज्य प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अगले 24 घंटों तक सतर्क रहें।
- समुद्र के किनारे या कम ऊंचाई वाले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
- मछुआरों को अगले दो दिनों तक समुद्र में न जाने की सख्त हिदायत दी गई है।
- तटीय जिलों के स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं।
- बिजली विभाग ने एहतियात के तौर पर कई क्षेत्रों में पावर कट की तैयारी कर ली है ताकि हादसों से बचा जा सके।
स्थानीय प्रशासन ने कहा है कि सभी राहत दल तैयार हैं और जहां-जहां जरूरत होगी वहां एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीमें तैनात की जाएंगी। 🚨
🌧️ बारिश का संभावित असर
मौसम विभाग ने बताया कि Cyclone Montha के लैंडफॉल के बाद अत्यधिक वर्षा की संभावना है। कुछ इलाकों में 200 मिमी से ज्यादा बारिश हो सकती है।
इससे फ्लैश फ्लड (अचानक आई बाढ़) का खतरा भी बना हुआ है, खासकर नदी किनारे बसे गांवों में। खेतों में खड़ी फसलों को भी नुकसान पहुंच सकता है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपने उपकरण और पशुओं को सुरक्षित स्थान पर रखें। 🌾
🚗 यात्रा और ट्रैफिक पर असर
चक्रवात के कारण रेल और सड़क यातायात पर भी असर पड़ने की संभावना जताई जा रही है। कई ट्रेनों को पहले ही रद्द या रूट डायवर्ट कर दिया गया है। वहीं, विशाखापट्टनम और काकीनाडा के कुछ हिस्सों में हवाई सेवाओं को भी अस्थायी रूप से रोका गया है। ✈️
💡 Cyclone Montha के बाद क्या होगा?
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि लैंडफॉल के बाद यह तूफान धीरे-धीरे कमजोर पड़ेगा। अगले दो दिनों में यह ओडिशा और झारखंड की ओर बढ़ेगा और वहां मध्यम से भारी बारिश देगा।
हालांकि खतरा टलने में अभी समय लगेगा क्योंकि तेज़ हवाएं और भारी बारिश अगले 48 घंटे तक बनी रह सकती हैं। इसलिए सावधानी बरतना बेहद ज़रूरी है। 🙏
🛰️ IMD और सरकार की मॉनिटरिंग
भारत सरकार और IMD लगातार सैटेलाइट के जरिए Cyclone Montha की हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं। आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिए गए हैं ताकि किसी भी परिस्थिति में लोगों को तुरंत मदद मिल सके।
प्रधानमंत्री कार्यालय और गृह मंत्रालय ने भी प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से संपर्क साधकर राहत व्यवस्था की जानकारी ली है।
🔚 निष्कर्ष
Cyclone Montha फिलहाल गंभीर श्रेणी का तूफान है जो आने वाले घंटों में और भी खतरनाक हो सकता है। हालांकि राहत की बात यह है कि प्रशासन पहले से पूरी तैयारी में है। अगर लोग सतर्क रहें, अफवाहों से बचें और सरकारी निर्देशों का पालन करें तो इस तूफान का असर कम किया जा सकता है।
👉 सुरक्षित रहें, मौसम विभाग के अपडेट्स पर नज़र रखें और जरूरत पड़ने पर तुरंत सुरक्षित स्थान पर जाएं। 🌊
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