
📢 CBSE Class 10th Board Exams 2026: पूरा शेड्यूल और नया पैटर्न
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने साल 2026 से 10वीं बोर्ड परीक्षा के लिए बड़ा बदलाव किया है। अब हर छात्र को दो बार परीक्षा देने का मौका मिलेगा। पहला Exam सभी के लिए अनिवार्य होगा और दूसरा Exam उन बच्चों के लिए रहेगा जो अपने अंकों में सुधार करना चाहेंगे। यह बदलाव न सिर्फ शिक्षा प्रणाली को और लचीला बनाएगा बल्कि छात्रों पर से तनाव भी कम करेगा।
📌 2026 से क्या बदला? नया एग्ज़ाम पैटर्न
पहले तक CBSE में हर साल सिर्फ एक ही बार बोर्ड परीक्षा होती थी। लेकिन अब नई नीति के तहत:
- 👉 Exam-1 फरवरी–मार्च 2026 में होगा (सभी के लिए अनिवार्य)।
- 👉 Exam-2 मई–जून 2026 में होगा (वैकल्पिक/Optional)।
- 👉 जो छात्र अपने पहले प्रयास में संतुष्ट नहीं होंगे, वे दूसरे प्रयास में सुधार कर सकते हैं।
- 👉 दोनों परीक्षाओं के बाद ही अंतिम रिज़ल्ट और मार्कशीट जारी होगी।
इस बदलाव का मकसद है कि छात्रों को एक ही बार की परीक्षा का दबाव न झेलना पड़े। यह बिल्कुल उसी तरह है जैसे कई प्रतियोगी परीक्षाओं में “Multiple Attempts” का विकल्प दिया जाता है।
📅 Exam-1 का पूरा शेड्यूल (फरवरी – मार्च 2026)
CBSE ने अभी टेंटेटिव (प्रारंभिक) डेट शीट जारी की है। इसका मतलब है कि इसमें थोड़े बदलाव संभव हैं। लेकिन फिलहाल की जानकारी के अनुसार 10वीं बोर्ड परीक्षा इस तरह होगी:
तारीख | समय | विषय |
---|---|---|
17 फरवरी 2026 | 10:30 – 1:30 | गणित (स्टैंडर्ड व बेसिक) |
18 फरवरी 2026 | 10:30 – 12:30 | स्किल/वोकेशनल विषय |
20 फरवरी 2026 | 10:30 – 12:30 | ब्यूटी & वेलनेस, मार्केटिंग |
21 फरवरी 2026 | 10:30 – 1:30 | अंग्रेज़ी (लिट्रेचर/कम्यूनिकेटिव) |
23 फरवरी 2026 | 10:30 – 1:30 | फ्रेंच |
24 फरवरी 2026 | 10:30 – 1:30 | क्षेत्रीय भाषाएँ (उर्दू, तमिल, बंगाली आदि) |
25 फरवरी 2026 | 10:30 – 1:30 | विज्ञान |
26 फरवरी 2026 | 10:30 – 1:30 | होम साइंस |
27 फरवरी 2026 | 10:30 – 12:30 | कंप्यूटर एप्लीकेशन/आईटी/एआई |
28 फरवरी 2026 | 10:30 – 1:30 | संस्कृत, उर्दू-B |
2 मार्च 2026 | 10:30 – 1:30 | हिंदी कोर्स-A और B |
3 मार्च 2026 | 10:30 – 1:30 | NCC, जर्मन, बिज़नेस एलिमेंट्स |
5 मार्च 2026 | 10:30 – 12:30 | पेंटिंग |
6 मार्च 2026 | 10:30 – 1:30 | मलयालम, उड़िया, असमिया, कन्नड़ |
7 मार्च 2026 | 10:30 – 1:30 | सामाजिक विज्ञान |
9 मार्च 2026 | 10:30 – 1:30 | नेपाली, फारसी, अरबी, संगीत |
⏰ ध्यान रहे: ज्यादातर पेपर 3 घंटे के होंगे, लेकिन कुछ पेपर सिर्फ 2 घंटे में पूरे होंगे।
📅 Exam-2 का शेड्यूल (मई – जून 2026)
Exam-2 का उद्देश्य सिर्फ सुधार (Improvement) देना है।
- 🗓️ तारीख: 15 मई से 1 जून 2026
- 👉 इसमें छात्र 3 विषयों तक दोबारा परीक्षा दे सकते हैं।
- 👉 जो छात्र Exam-1 में फेल होंगे, उनके लिए यहीं पर कंपार्टमेंट एग्ज़ाम भी होंगे।
🎯 छात्रों के लिए महत्वपूर्ण गाइड
इस नए सिस्टम के आने के बाद छात्रों को कुछ खास बातों पर ध्यान देना होगा:
- 📖 तैयारी का नया तरीका: अब बच्चों को Exam-1 पर ज्यादा फोकस करना चाहिए, क्योंकि यह अनिवार्य है।
- 😌 तनाव कम होगा: अगर पहली बार अच्छा प्रदर्शन नहीं हुआ तो दूसरा मौका मिलेगा।
- 📊 स्मार्ट प्लानिंग: बच्चों को अपने कमजोर विषय पहचानकर Exam-2 में उन्हें टारगेट करना चाहिए।
- 🏫 प्रैक्टिकल और इंटरनल असेसमेंट: ये जनवरी–फरवरी में ही स्कूल स्तर पर पूरे हो जाएंगे।
✨ नया बदलाव क्यों ज़रूरी था?
कई सालों से छात्र और पैरेंट्स इस बात को लेकर परेशान थे कि एक ही बार होने वाली परीक्षा पर पूरी ज़िंदगी का फैसला टिका होता है। अगर किसी वजह से बच्चा बीमार हो गया, या मानसिक तनाव में रहा तो उसके भविष्य पर असर पड़ता था।
CBSE का यह नया कदम छात्रों को मौका, भरोसा और आत्मविश्वास देगा। अब बोर्ड परीक्षाएँ सिर्फ एक डर नहीं बल्कि सीखने और सुधार का ज़रिया बनेंगी।
💡 तैयारी के लिए सुझाव
- 📅 टाइम टेबल बनाएँ: पढ़ाई को छोटे-छोटे हिस्सों में बाँटें।
- 📕 NCERT पर फोकस करें: बोर्ड परीक्षा में ज़्यादातर सवाल NCERT से आते हैं।
- 🖊️ पिछले साल के पेपर हल करें: इससे पेपर पैटर्न समझ में आएगा।
- 😴 आराम भी ज़रूरी: दिमाग को ताज़ा रखने के लिए पर्याप्त नींद लें।
- 🙏 पॉजिटिव रहें: याद रखें, अब आपको दो मौके मिल रहे हैं।
📌 निष्कर्ष
CBSE 10वीं बोर्ड परीक्षा 2026 छात्रों के लिए एक नया अध्याय साबित होगी। दो बार परीक्षा होने से उन्हें तनाव कम होगा और बेहतर रिज़ल्ट पाने का अवसर मिलेगा। Exam-1 में पूरी मेहनत करें और अगर ज़रूरत पड़े तो Exam-2 में सुधार का फायदा उठाएँ।
👉 अगर आप 2026 में बोर्ड देने वाले हैं तो अभी से पढ़ाई की सही रणनीति बनाएँ। यह बदलाव आपके भविष्य को और मजबूत बनाने का सुनहरा मौका है।
📚 बच्चों को तैयारी कैसे करनी चाहिए?
बोर्ड परीक्षा का नाम सुनते ही ज़्यादातर छात्रों के मन में घबराहट आ जाती है। लेकिन सच यह है कि सही रणनीति और योजना के साथ तैयारी करने पर यह परीक्षा उतनी कठिन नहीं रहती। CBSE के नए पैटर्न (दो परीक्षा प्रणाली) ने बच्चों को अतिरिक्त अवसर दिया है, इसलिए अब ज़रूरी है कि वे समझदारी से अपनी पढ़ाई को मैनेज करें।
⏰ समय प्रबंधन सबसे अहम
छात्रों को सबसे पहले टाइम मैनेजमेंट पर ध्यान देना चाहिए। दिन के 24 घंटों में से कम से कम 6–8 घंटे पढ़ाई के लिए निश्चित करें। लेकिन सिर्फ बैठकर पढ़ना काफी नहीं है, बल्कि समय को विषयों के हिसाब से बाँटना ज़रूरी है। उदाहरण के लिए सुबह के समय गणित और विज्ञान जैसे कठिन विषयों को पढ़ें, और शाम को सामाजिक विज्ञान या भाषाएँ।
📝 छोटे-छोटे नोट्स बनाना
हर अध्याय पढ़ने के बाद उसके शॉर्ट नोट्स बनाना चाहिए। यह तकनीक रिवीजन के समय बहुत काम आती है। परीक्षा के एक दिन पहले पूरा पाठ्यक्रम दोहराना संभव नहीं होता, ऐसे में ये नोट्स मददगार साबित होते हैं। खासकर इतिहास की तारीखें, विज्ञान के फॉर्मूले और गणित के महत्वपूर्ण सूत्र नोट्स में ज़रूर लिखें।
📖 मॉक टेस्ट और सैंपल पेपर
बच्चों को हर हफ्ते एक मॉक टेस्ट ज़रूर देना चाहिए। इससे न सिर्फ पेपर पैटर्न की समझ मिलेगी बल्कि समय सीमा में पेपर हल करने की प्रैक्टिस भी होगी। CBSE हर साल सैंपल पेपर जारी करता है, जिन्हें हल करना बेहद ज़रूरी है। इसके अलावा पिछले 5 सालों के प्रश्नपत्र भी हल करने चाहिए।
👩🏫 टीचर और पैरेंट्स से संवाद
अगर किसी टॉपिक में कठिनाई आ रही है तो उसे छुपाएँ नहीं। तुरंत अपने शिक्षक से सवाल पूछें। घर पर माता-पिता से भी खुलकर बात करें ताकि वे आपका मानसिक बोझ कम कर सकें। याद रखें, बोर्ड परीक्षा टीम वर्क की तरह होती है जिसमें परिवार और शिक्षक आपकी सबसे बड़ी ताकत बनते हैं।
🧘 मानसिक स्वास्थ्य और आराम
पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों को मानसिक स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना चाहिए। लगातार पढ़ाई करते रहने से दिमाग थक जाता है। हर 1–2 घंटे बाद छोटा ब्रेक लें। कुछ देर टहलें, हल्की एक्सरसाइज करें या संगीत सुनें। नींद पूरी करना भी उतना ही ज़रूरी है क्योंकि थका हुआ दिमाग कभी भी अच्छे से याद नहीं रख पाता।
🥗 खानपान पर ध्यान
अक्सर देखा गया है कि परीक्षा के समय बच्चे खाना छोड़ देते हैं या सिर्फ फास्ट फूड खाते हैं। लेकिन सेहत का सीधा असर पढ़ाई पर पड़ता है। छात्रों को संतुलित आहार लेना चाहिए – दूध, फल, हरी सब्जियाँ और ड्राई फ्रूट्स। इससे ऊर्जा बनी रहती है और याददाश्त भी मजबूत होती है।
🎯 लक्ष्य तय करें
हर छात्र को अपनी क्षमता और लक्ष्य को समझना चाहिए। अगर कोई छात्र गणित में कमजोर है तो उसका लक्ष्य होना चाहिए कि कम से कम पासिंग मार्क्स से कहीं ज्यादा अंक लाए। वहीं, जो छात्र पहले से ही मजबूत हैं उन्हें उच्च अंक पाने की कोशिश करनी चाहिए। छोटा-छोटा लक्ष्य तय करने से पढ़ाई आसान लगने लगती है।
📌 निष्कर्ष
CBSE 10वीं बोर्ड परीक्षा 2026 बच्चों के लिए नया अनुभव होगी। अब उनके पास दो बार परीक्षा देने का मौका है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि पहली परीक्षा को हल्के में लें। बच्चों को चाहिए कि वे पहले ही प्रयास में पूरी मेहनत करें और अगर ज़रूरत पड़े तो दूसरी परीक्षा को सुधार के लिए इस्तेमाल करें। सही समय पर सही रणनीति के साथ पढ़ाई करने से न सिर्फ अच्छे अंक आएँगे बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।