
😱 अहमदाबाद का सबसे सनसनीखेज मर्डर केस: हिम्मत रुड़ानी की खौफनाक मौत
अहमदाबाद शहर में सितंबर 2025 का यह मामला हर किसी की जुबान पर है। कारोबारी हिम्मत रुड़ानी की हत्या केवल एक क्राइम स्टोरी नहीं है, बल्कि इसमें छिपी साजिश, सुपारी और विश्वासघात की कहानी इतनी चौंकाने वाली है कि लोग आज भी इसपर चर्चा कर रहे हैं। आइए जानते हैं पूरे केस को विस्तार से।
🚗 लग्जरी कार बनी मौत की गवाही
हिम्मत रुड़ानी की मर्सिडीज़ कार विराटनगर फ्लाईओवर के नीचे खड़ी मिली। जब पुलिस ने कार की डिग्गी खोली तो खून से सनी लाश देख हर कोई सन्न रह गया। उनके शरीर पर चाकुओं के कई वार साफ दिखाई दे रहे थे। यह दृश्य इतना भयानक था कि आसपास खड़े लोग भी कांप गए।
🔍 शुरुआती जांच और पुलिस की मशक्कत
पुलिस के लिए यह मामला आसान नहीं था। शुरुआती तौर पर कोई सुराग नहीं मिला। लेकिन अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने हार नहीं मानी और करीब 100 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। इसी से धीरे-धीरे जांच की कड़ियां जुड़ने लगीं।
📹 सीसीटीवी से मिला बड़ा सुराग
फुटेज में साफ दिखा कि तीन लोग कार को फ्लाईओवर के नीचे पार्क करके बाइक से वहां से निकल गए। यही सुराग पुलिस को असली कातिलों तक पहुंचाने वाला साबित हुआ।
👮 पुलिस की दबिश और गिरफ्तारी
पुलिस ने लगातार दबिश दी और आखिरकार दो आरोपी राहुल राठौड़ और पप्पू मेघवाल गिरफ्तार कर लिए गए। इनके साथ एक नाबालिग भी वारदात में शामिल था। पूछताछ में दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
🧩 मास्टरमाइंड का खुलासा
पूरे केस का सबसे चौंकाने वाला पहलू तब सामने आया जब पता चला कि इस हत्या का मास्टरमाइंड और कोई नहीं बल्कि हिम्मत रुड़ानी का पुराना बिजनेस पार्टनर मनसुख लखानी है। दोस्ती से शुरू हुआ रिश्ता आखिरकार खून-खराबे में बदल गया।
💰 सुपारी का सौदा
मनसुख लखानी ने हत्यारों को ₹1.20 लाख और एक मकान देने का वादा किया था। इतनी छोटी रकम में इंसानी जान की कीमत लगाई गई। यह सुनकर लोग आज भी सन्न हैं।
🔪 पार्किंग में हुआ कत्ल
हत्या की योजना बेहद सोची-समझी थी। हिम्मत को निकोल इलाके की सरदारधाम संस्था की पार्किंग में बुलाया गया। वहां उन पर चाकुओं से कई वार किए गए। मौत की पुष्टि होने पर उनकी लाश को कार की डिग्गी में डाल दिया गया।
🏃 भागने की कोशिश नाकाम
हत्या के बाद आरोपी राजस्थान की ओर भागने की फिराक में थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही दबोच लिया। इससे साफ हो गया कि पूरी योजना पहले से बनाई गई थी।
⚖️ बिजनेस पार्टनरशिप से दुश्मनी तक
मनसुख और हिम्मत कभी बिजनेस पार्टनर हुआ करते थे। लेकिन पैसों और प्रॉपर्टी के विवाद ने रिश्तों को इतना जहरीला बना दिया कि हत्या जैसी खौफनाक वारदात अंजाम दी गई।
📢 समाज में गूंज और सवाल
इस घटना ने अहमदाबाद ही नहीं, पूरे गुजरात को हिला दिया। लोग सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर पैसे और लालच की वजह से इंसान इतना गिर कैसे सकता है? रिश्तों में भरोसा करना अब पहले जैसा आसान नहीं रहा।
🕰️ वारदात की टाइमलाइन
- सुबह: हिम्मत रुड़ानी घर से निकले।
- दोपहर: उन्हें पार्किंग में बुलाकर चाकुओं से हमला किया गया।
- 2 बजे: कार फ्लाईओवर के नीचे खड़ी की गई।
- शाम: पुलिस को कार की सूचना मिली।
- रात: डिग्गी से लाश बरामद हुई।
🔎 पुलिस जांच के अहम पहलू
पुलिस अब कॉल डिटेल्स, मोबाइल लोकेशन और पैसों के लेन-देन की जांच कर रही है। यह देखना बाकी है कि क्या केवल मनसुख ही मास्टरमाइंड था या इसके पीछे और भी लोग शामिल हैं।
👨👩👧 परिवार का दर्द
हिम्मत रुड़ानी का परिवार गहरे सदमे में है। परिजनों का कहना है कि उन्हें कभी नहीं लगा था कि इतना बड़ा विश्वासघात किसी करीबी से ही होगा।
📌 सुपारी किलिंग के पिछले मामले
भारत में यह पहला मामला नहीं है। पहले भी कई बार बिजनेस और प्रॉपर्टी विवाद में सुपारी देकर हत्याएं करवाई गई हैं। लेकिन अहमदाबाद का यह केस इसलिए खास है क्योंकि इसमें पार्टनरशिप का रिश्ता भी शामिल था।
📜 कानून क्या कहता है?
भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 302 (हत्या), 120B (षड्यंत्र), और 34 (साझा इरादा) के तहत इस मामले में कार्रवाई की जा रही है। दोषी पाए जाने पर सज़ा मौत तक हो सकती है।
⚠️ सबक और निष्कर्ष
हिम्मत रुड़ानी मर्डर केस समाज के लिए एक बड़ी सीख है। पैसे और लालच इंसान को इतना अंधा बना सकता है कि वह दोस्ती और रिश्तों को भी ताक पर रख देता है। यह केस दिखाता है कि हमें न केवल रिश्तों में भरोसा रखना चाहिए, बल्कि सतर्क रहना भी ज़रूरी है।
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