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“पुलिसवाले ने आर्मी कर्नल को थप्पड़ मारा, मोबाइल छीना — CCTV वायरल होने पर मचा हड़कंप!”

🚨 पुलिस इंस्पेक्टर ने आर्मी कर्नल को मारा थप्पड़, मोबाइल भी छीन लिया! वीडियो वायरल होने पर मचा बवाल

सोचिए, अगर आप अपनी पत्नी और बेटी के साथ कार में हों और कोई पुलिस वाला आपको थप्पड़ मार दे, वो भी बिना किसी वजह के, तो कैसा लगेगा? कुछ ऐसा ही हुआ लखनऊ में, जहां एक पुलिस इंस्पेक्टर ने खुलेआम आर्मी के लेफ्टिनेंट कर्नल को थप्पड़ जड़ दिया और उनका फोन भी छीन लिया।

📍 घटना कहां और कब की है?

लेफ्टिनेंट कर्नल आनंद प्रकाश सुमन, जो NCC डायरेक्टरेट, पटना से हैं, अपनी पत्नी और बेटी के साथ कहीं जा रहे थे। तभी एक पुलिस इंस्पेक्टर, विनय कुमार सरोज, अपनी कार को गलत दिशा से ला रहा था।

⚠️ हुआ क्या?

कर्नल साहब ने इंस्पेक्टर से कहा कि आप गलत दिशा में गाड़ी क्यों चला रहे हैं। बात इतनी सी थी, लेकिन इंस्पेक्टर गुस्से में आ गया। गाड़ी से उतरते ही कर्नल साहब को थप्पड़ मार दिया। और जब वो भागने लगे तो उनके पैरों के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी

 

इतना ही नहीं, पुलिसवाले ने कर्नल साहब का मोबाइल भी छीन लिया और वहां से फरार हो गया।

📹 वायरल वीडियो ने मचा दी सनसनी

इस घटना का CCTV फुटेज और मोबाइल से रिकॉर्ड किया गया वीडियो 25 जून को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। देखते ही देखते ये मामला पूरे देश में आग की तरह फैल गया। ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम सब जगह लोग इंस्पेक्टर के खिलाफ गुस्सा दिखा रहे हैं।

👨‍✈️ कर्नल ने दर्ज कराई FIR

घटना के अगले ही दिन यानी 22 जून को लेफ्टिनेंट कर्नल ने PGI थाने में FIR दर्ज कराई। FIR में उन्होंने बताया कि:

📢 पुलिस की सफाई क्या आई?

शुरू में पुलिस ने मामले को दबाने की कोशिश की, लेकिन जब वीडियो वायरल हुआ, तो PGI थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया गया और इंस्पेक्टर विनय कुमार सरोज के खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी गई।

😡 जनता का गुस्सा क्यों फूटा?

सोशल मीडिया पर लोग भड़क उठे हैं। “पुलिसवालों को कानून का रक्षक माना जाता है, लेकिन अगर वही गुंडागर्दी करें तो आम आदमी किसके पास जाए?” — ऐसा लिखकर हजारों लोगों ने अपना गुस्सा जताया।

 

👩‍👧 पत्नी और बेटी के सामने हुई बेइज्जती

सबसे शर्मनाक बात ये थी कि ये सब कर्नल की पत्नी और बेटी के सामने हुआ। सोचिए, एक सेना अधिकारी जो देश की रक्षा करता है, उसकी इज्जत सड़क पर पुलिसवाले ऐसे उछाल दे — क्या ये सही है?

⚖️ सेना का रुख क्या है?

सेना की ओर से अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सेना से जुड़े लोग और रिटायर्ड अधिकारी खुलकर सोशल मीडिया पर समर्थन में उतर आए हैं।

🧐 सवाल जो उठ रहे हैं:

📌 प्रशासन से जनता की मांग:

📱 सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे हैशटैग:

#JusticeForColonel
#ShameOnUPPolice
#ArmyVsPolice
#PoliceBrutality

📣 निष्कर्ष:

ये मामला सिर्फ एक थप्पड़ का नहीं है, ये एक ऐसे सिस्टम की पोल खोलता है जिसमें ताकतवर अपनी वर्दी का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। जनता अब जागरूक है और सोशल मीडिया से हर बात सामने आ जाती है।

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🧠 इंस्पेक्टर की मानसिकता पर सवाल!

अब सवाल सिर्फ घटना का नहीं है, सवाल ये भी है कि ऐसी मानसिकता आई कहां से? क्या ये वही पुलिस है, जो हमें सुरक्षा देती है? या अब वर्दी गुंडों के हाथ में जा रही है?

इंस्पेक्टर विनय कुमार सरोज का रिकॉर्ड खंगाला गया तो पता चला कि वो पहले भी कई बार शिकायतों में आया है। लेकिन कार्रवाई नहीं हुई — यही लापरवाही आज देशभर में गुस्से का कारण बन रही है।

🤕 आर्मी ऑफिसर की बेटी का बयान

वीडियो में साफ देखा गया कि जब इंस्पेक्टर ने थप्पड़ मारा, तो कर्नल की छोटी बेटी रोने लगी। बाद में मीडिया से बात करते हुए उसने कहा,

“मैंने पहली बार किसी को इस तरह मेरे पापा के साथ मारपीट करते देखा। मैं बहुत डर गई थी।”

सोचिए, इस मासूम बच्ची की यादों में क्या छप गया होगा? यह किसी फिल्मी सीन जैसा नहीं, बल्कि हकीकत है जो उस परिवार के साथ हुई।

🔎 CCTV फुटेज में क्या देखा गया?

CCTV में जो देखा गया वो रोंगटे खड़े कर देने वाला था:

इस वीडियो को देखकर ही जनता में गुस्सा भड़का।

🚨 कानून व्यवस्था पर बड़ा सवाल

जब एक आर्मी अफसर सुरक्षित नहीं है, तो फिर आम नागरिक क्या उम्मीद करें? यूपी में पहले ही कई ऐसे केस हो चुके हैं जहां पुलिसवाले बेलगाम दिखे हैं।

जनता पूछ रही है: “क्या अब वर्दी डर की वजह बन गई है?”

🧑‍⚖️ हाई कोर्ट या सीबीआई जांच की मांग

सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में लोग हाई कोर्ट मॉनिटरिंग में जांच या फिर CBI जांच की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि स्थानीय पुलिस खुद को बचा सकती है, इसलिए किसी स्वतंत्र एजेंसी को जांच करनी चाहिए।

📷 चश्मदीद गवाहों की गवाही

कुछ ऑटो चालक और दुकानदार, जो उस चौराहे पर मौजूद थे, उन्होंने भी बताया कि:

“साहब तो बिल्कुल शांति से बात कर रहे थे, लेकिन इंस्पेक्टर तो ऐसे बर्ताव कर रहा था जैसे वो किसी गुंडे से निपट रहा हो।”

ये गवाही बताती है कि पुलिस की ज्यादती पर अब जनता भी खुलकर बोलने लगी है।

📢 राजनीति में भी हलचल

इस मामले को लेकर विपक्ष ने भी योगी सरकार को घेरा। कई नेताओं ने ट्वीट कर कहा कि:

“सेना देश की रक्षा करती है, और यूपी पुलिस अफसरों को थप्पड़ मारती है — ये कैसा रामराज्य है?”

हालांकि सरकार ने जवाब में कहा कि सख्त कदम उठाए जाएंगे और दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा।

🛡️ सेना के अपमान पर गुस्सा क्यों?

सेना का अपमान कोई छोटी बात नहीं होती। देश की सुरक्षा में तैनात व्यक्ति के साथ ऐसा व्यवहार देश के आत्मसम्मान पर चोट जैसा है।

इसलिए सिर्फ कर्नल नहीं, पूरी सेना का अपमान हुआ है इस घटना से — और इसी वजह से देश भर में आक्रोश है।

🎯 सबक क्या मिला?

इस घटना ने कई बड़े सवाल खड़े किए हैं:

📣 जनता की एक ही मांग: “एक्शन चाहिए, माफी नहीं”

जनता अब सिर्फ बयानबाज़ी नहीं चाहती। लोग कह रहे हैं:

“इंस्पेक्टर को सिर्फ सस्पेंड मत करो, नौकरी से निकालो और जेल भेजो। ताकि कोई और पुलिसवाला ऐसी हिमाकत न करे।”

ये वही देश है जो सेना को सम्मान देता है — लेकिन अगर कोई वर्दी पहनकर उस सम्मान को रौंदे, तो कानून का डंडा उस पर भी उतना ही भारी पड़ना चाहिए।

🙏 कर्नल साहब के लिए देश की आवाज

आज देशभर के लोग कर्नल आनंद प्रकाश के साथ हैं। हर कोई यही कह रहा है — “आप अकेले नहीं हैं, पूरा देश आपके साथ है।”

ये लड़ाई सिर्फ एक थप्पड़ की नहीं, बल्कि सम्मान और सिस्टम के सुधार की है।

📢 अपडेट्स के लिए जुड़े रहिए

जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, हम इस केस से जुड़ी हर अपडेट BindasNews.com पर पब्लिश करते रहेंगे।


अगर आप भी सिस्टम में बदलाव चाहते हैं, तो इस खबर को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।

 

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