
❄️ दिल्ली-यूपी में पछुआ हवाओं ने बढ़ाई गलन, 31 दिसंबर तक ठंड और कोहरे से राहत नहीं
उत्तर भारत में सर्दी ने एक बार फिर अपना असली रंग दिखाना शुरू कर दिया है। दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश और बिहार के कई इलाकों में पछुआ यानी पश्चिमी हवाओं की वजह से ठंड के साथ-साथ गलन भी तेजी से बढ़ गई है। मौसम विभाग (IMD) ने साफ कर दिया है कि 31 दिसंबर तक लोगों को ठंड और कोहरे से राहत मिलने की संभावना नहीं है। 🌬️❄️
🌬️ क्या होती हैं पछुआ हवाएं और क्यों बढ़ती है गलन?
पछुआ हवाएं वे ठंडी और शुष्क हवाएं होती हैं जो पश्चिम और उत्तर-पश्चिम दिशा से चलती हैं। सर्दियों में जब ये हवाएं तेज होती हैं तो वातावरण में नमी कम हो जाती है और तापमान तेजी से गिरता है। इसी कारण ठंड ज्यादा चुभने लगती है, जिसे आम भाषा में गलन कहा जाता है।
दिल्ली और यूपी में इन हवाओं की रफ्तार बढ़ने से दिन में धूप निकलने के बावजूद ठंड का असर कम नहीं हो रहा। लोग कह रहे हैं कि “धूप तो है, लेकिन सर्दी हड्डियों तक महसूस हो रही है।” 🥶
🌫️ घना कोहरा बना सबसे बड़ी परेशानी
ठंड के साथ-साथ कोहरा भी लोगों की मुश्किलें बढ़ा रहा है। सुबह और देर रात कई इलाकों में घना से बहुत घना कोहरा देखने को मिल रहा है। सड़कों पर दृश्यता बेहद कम हो जा रही है, जिससे वाहन चालकों को खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
हाईवे, एक्सप्रेसवे और ग्रामीण सड़कों पर दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। वहीं ट्रेन और फ्लाइट सेवाओं पर भी कोहरे का असर दिख रहा है। 🚆✈️
📍 दिल्ली-एनसीआर का मौसम हाल
दिल्ली-एनसीआर में न्यूनतम तापमान लगातार नीचे बना हुआ है। रात और सुबह के समय ठंड सबसे ज्यादा महसूस की जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार:
- सुबह के समय घना कोहरा 🌫️
- दिन में ठंडी पछुआ हवाएं 🌬️
- रात में तेज गलन 🥶
दिल्ली के कई इलाकों में सुबह के वक्त विजिबिलिटी 50 से 100 मीटर तक सिमट जाती है, जिससे रोजमर्रा की जिंदगी प्रभावित हो रही है।
📍 उत्तर प्रदेश में ठंड का डबल अटैक
उत्तर प्रदेश के पश्चिमी, मध्य और पूर्वी हिस्सों में सर्दी का असर और भी ज्यादा देखने को मिल रहा है। लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, आगरा, मेरठ, नोएडा और गोरखपुर जैसे शहरों में लोग सुबह-शाम घर से निकलने में हिचकिचा रहे हैं।
ग्रामीण इलाकों में हालात और गंभीर हैं, जहां खुले खेतों और कच्चे घरों में रहने वाले लोगों को ठंड से ज्यादा परेशानी हो रही है। कई जगह अलाव जलाकर लोग खुद को ठंड से बचाने की कोशिश कर रहे हैं। 🔥
📍 बिहार में भी शीतलहर का असर
बिहार में भी मौसम का मिजाज बदला हुआ है। पटना, गया, मुजफ्फरपुर और भागलपुर जैसे इलाकों में ठंडी हवाओं के साथ कोहरा छाया हुआ है। मौसम विभाग ने यहां भी शीतलहर और कोहरे को लेकर अलर्ट जारी किया है।
⏰ 31 दिसंबर तक क्यों नहीं मिलेगी राहत?
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार उत्तर भारत में फिलहाल कोई मजबूत पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय नहीं है जो तापमान को बढ़ा सके। इसके अलावा:
- पछुआ हवाएं लगातार चल रही हैं 🌬️
- रात का तापमान तेजी से गिर रहा है 🌡️
- हवा में नमी और ठंड का संतुलन कोहरे को बढ़ा रहा है 🌫️
इसी वजह से 31 दिसंबर तक ठंड, गलन और कोहरे से राहत मिलने के आसार बेहद कम हैं।
🚗 यात्रा करने वालों के लिए जरूरी सलाह
अगर आप सुबह या रात में यात्रा करने की योजना बना रहे हैं तो अतिरिक्त सावधानी बरतना बेहद जरूरी है।
- फॉग लाइट का इस्तेमाल करें 🚘
- तेज रफ्तार से बचें
- वाहनों के बीच दूरी बनाए रखें
- ट्रेन और फ्लाइट का स्टेटस पहले चेक करें 📱
🧥 सेहत को लेकर क्या रखें ध्यान?
बढ़ती ठंड का असर सीधे सेहत पर पड़ सकता है, खासकर बच्चों और बुजुर्गों पर। ऐसे में:
- गरम कपड़े पहनें 🧣
- सुबह-शाम बाहर निकलने से बचें
- गरम पानी और गरम भोजन लें ☕
- पुरानी बीमारियों वाले लोग विशेष सतर्कता रखें
🌞 क्या दिन में मिलेगी थोड़ी राहत?
कुछ इलाकों में दोपहर के समय हल्की धूप निकल सकती है, लेकिन ठंडी हवाओं की वजह से इसका असर सीमित रहेगा। यानी धूप के बावजूद ठंड का अहसास बना रहेगा।
📢 मौसम विभाग की चेतावनी
IMD ने लोगों को अलर्ट रहने की सलाह दी है। खासतौर पर सड़क, रेल और हवाई यात्रा करने वालों से कहा गया है कि वे मौसम की जानकारी लगातार लेते रहें।
🔚 निष्कर्ष
कुल मिलाकर उत्तर भारत में सर्दी अभी और सताने वाली है। दिल्ली-यूपी-बिहार में पछुआ हवाओं ने ठंड और गलन को और बढ़ा दिया है। कोहरा लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी और यात्रा को प्रभावित कर रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक 31 दिसंबर तक राहत की उम्मीद कम है। ऐसे में सावधानी ही सबसे बड़ा बचाव है। ❄️🙏