😭 CRPF जवान की गोली मारकर हत्या: बेटे के जन्म के 3 दिन बाद खत्म हुई जिंदगी, गांव में पसरा मातम
स्थान: खेड़ी डमकन गांव, गोहाना (सोनीपत), हरियाणा
तारीख: 29 जुलाई 2025
🩸 एक परिवार की खुशियां मातम में बदलीं
हरियाणा के सोनीपत जिले के गोहाना क्षेत्र के खेड़ी डमकन गांव में एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। CRPF में तैनात जवान कृष्ण की गोली मारकर बेरहमी से हत्या कर दी गई। वह हाल ही में छत्तीसगढ़ से एक महीने की छुट्टी पर अपने गांव आया था। सबसे दर्दनाक बात यह है कि तीन दिन पहले ही उसके घर बेटे का जन्म हुआ था, और पत्नी अस्पताल में थी। 😢
🧍 कौन था जवान कृष्ण?
जवान कृष्ण, उम्र लगभग 30 वर्ष, केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) में सेवा दे रहा था। उसका पोस्टिंग छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में था। वह ईमानदार, साहसी और परिवार के प्रति बेहद जिम्मेदार माना जाता था। गांव में उसकी छवि एक आदर्श बेटे और सज्जन व्यक्ति की थी।
🏥 पत्नी अस्पताल में, बच्चा नवजात, और पति की लाश घर पहुंची
कृष्ण की पत्नी अभी भी अस्पताल में एडमिट है क्योंकि कुछ ही दिन पहले उन्होंने एक नवजात बेटे को जन्म दिया। परिजनों का कहना है कि जैसे ही यह खबर पत्नी तक पहुंची, वह सदमे में चली गई।
🔫 हत्या कैसे हुई?
घटना रविवार देर रात की है। कृष्ण किसी जान-पहचान वाले व्यक्ति के साथ खेत की ओर गया था। वहीं पर उसे कई गोलियां मारी गईं। गोली लगते ही उसकी मौके पर ही मौत हो गई। गोली चलाने वालों ने फेस कवर किया हुआ था, जिससे पहचान नहीं हो पाई।
👁️ चश्मदीदों का क्या कहना है?
गांव के कुछ लोगों ने दावा किया है कि उन्होंने गोलियों की आवाज सुनी और जब वे मौके पर पहुंचे तो कृष्ण जमीन पर खून से लथपथ पड़ा था। एक चश्मदीद ने बताया, “हमने जैसे ही देखा, तुरंत एंबुलेंस बुलाई, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।”
🚓 पुलिस जांच में जुटी
पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सोनीपत पुलिस के अनुसार हत्या का कारण व्यक्तिगत रंजिश या पुराना विवाद हो सकता है। फिलहाल कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है लेकिन CCTV फुटेज और कॉल डिटेल की जांच चल रही है।
💔 गांव में गम और गुस्से का माहौल
पूरे गांव में शोक की लहर है। ग्रामीणों ने इस हत्या को एक कायराना हरकत बताया है। लोग गुस्से में हैं और अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। कृष्ण के घर पर जनता और रिश्तेदारों का तांता लगा हुआ है। हर आंख नम है और हर दिल टूटा हुआ है।
🧒 बच्चा अनाथ, पत्नी विधवा
जिस समय एक नई जिंदगी ने घर में कदम रखा, उसी समय परिवार का सहारा छिन गया। बच्चा पिता का चेहरा भी नहीं देख पाया और पत्नी की आंखों से खुशी के आंसू अब मातम में बदल चुके हैं।
🤔 हत्या के पीछे क्या वजह हो सकती है?
पुलिस इस हत्या के पीछे पुराने जमीन विवाद या किसी व्यक्तिगत दुश्मनी की आशंका जता रही है। कुछ सूत्रों का मानना है कि कृष्ण का किसी से पुराना झगड़ा था, जिसे शांत समझा जा रहा था, लेकिन वह रंजिश में बदल चुका था।
🔍 क्या पुलिस कर पाएगी न्याय?
पुलिस पर अब गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। लोगों को डर है कि कहीं यह मामला भी ठंडे बस्ते में न चला जाए। लेकिन अधिकारी दावा कर रहे हैं कि जल्द ही अपराधियों को पकड़ लिया जाएगा।
📢 नेताओं की प्रतिक्रिया
स्थानीय नेताओं ने घटना की कड़ी निंदा की है और परिवार को 10 लाख रुपए की सहायता राशि देने की बात कही है। साथ ही इस मामले की CBI जांच की मांग भी हो रही है।
🙏 अंतिम विदाई में उमड़ा जनसैलाब
जब कृष्ण का शव गांव पहुंचा तो हर किसी की आंखें नम हो गईं। सेना के सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई। पूरा गांव ‘शहीद अमर रहे’ के नारों से गूंज उठा।
📸 सोशल मीडिया पर भी छाया मातम
लोग सोशल मीडिया पर #JusticeForKrishna और #CRPFHero जैसे हैशटैग चला रहे हैं। हरियाणा के कई युवाओं ने इंसाफ की मांग करते हुए पोस्ट शेयर किए हैं।
📜 सरकार से सवाल
सवाल ये उठता है कि जब देश के रक्षक भी सुरक्षित नहीं हैं, तो आम आदमी खुद को कैसे सुरक्षित माने? छुट्टी पर आए एक फौजी की हत्या से सरकार और प्रशासन की नाकामी उजागर होती है।
📌 निष्कर्ष
CRPF जवान कृष्ण की हत्या न सिर्फ एक परिवार की निजी क्षति है, बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी भी है। जो जवान सीमा पर देश की रक्षा करता है, उसका इस तरह जाना शर्मनाक और दुखद है। अब देखना यह है कि क्या प्रशासन जल्द अपराधियों को पकड़कर परिवार को न्याय दिला पाएगा या नहीं।
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📞 हत्या से कुछ घंटे पहले की कॉल्स और गतिविधियाँ
पुलिस जांच में एक अहम जानकारी सामने आ रही है कि हत्या से कुछ घंटे पहले ही कृष्ण ने अपने एक पुराने दोस्त को फोन किया था। कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) के मुताबिक, उसने गांव के ही कुछ लोगों से लंबी बातचीत की थी। अब पुलिस उन लोगों से पूछताछ कर रही है कि आखिर कृष्ण ने किस मकसद से उनसे संपर्क किया था।
🔍 पुराने विवाद या हाल की दुश्मनी?
गांव के कुछ सूत्रों का कहना है कि कृष्ण का अपने चचेरे भाइयों से पुराना ज़मीनी विवाद चल रहा था, लेकिन कुछ समय से वह शांत हो गया था। अब पुलिस यह भी देख रही है कि क्या यह मामला फिर से उभरकर हत्या का कारण बना। वहीं कुछ लोगों ने संकेत दिया है कि हाल ही में गांव में हुई एक पंचायत में भी कुछ तीखी बहस हुई थी, जिसमें कृष्ण शामिल था।
🧠 क्या ये हत्या एक पूर्व नियोजित साजिश थी?
इस घटना को लेकर एक आशंका यह भी जताई जा रही है कि यह कोई आकस्मिक नहीं बल्कि पूर्व नियोजित साजिश थी। गोली मारने का तरीका, समय और स्थान को देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि हत्यारों ने पहले से सारी योजना बना रखी थी। उन्होंने कृष्ण को उस जगह बुलवाया और घात लगाकर हमला किया।
👨👩👦 परिवार का क्या होगा अब?
कृष्ण की मौत से उसके परिवार की आर्थिक और मानसिक स्थिति चरमरा गई है। घर में कमाने वाला एकमात्र सदस्य अब नहीं रहा। पिता वृद्ध हैं, मां की तबीयत पहले से खराब रहती है और अब पत्नी को भी अस्पताल से बाहर निकलते ही एक बड़ा जीवन संघर्ष झेलना होगा। लोगों की मांग है कि सरकार इस परिवार को <strongस्थायी नौकरी और आर्थिक सहायता दे।
📣 ग्रामीणों की एकजुटता और प्रदर्शन
गांव के लोगों ने अब इस हत्या के खिलाफ आवाज़ बुलंद करनी शुरू कर दी है। गोहाना थाने के बाहर प्रदर्शन हो रहा है। लोगों का कहना है कि अगर 48 घंटे के भीतर हत्यारे नहीं पकड़े गए, तो वे हाइवे जाम करेंगे और जिला मुख्यालय पर धरना देंगे।
📰 मीडिया की भूमिका और कवरेज
स्थानीय अखबारों और न्यूज़ चैनलों ने इस घटना को प्रमुखता दी है। सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट्स में लोग कृष्ण को सच्चा देशभक्त कह रहे हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं। हालांकि कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि नेशनल मीडिया ने इस खबर को नजरअंदाज कर दिया, जो चिंता का विषय है।
🎖️ क्या कृष्ण को शहीद का दर्जा मिलेगा?
गांव वालों और कई सामाजिक संगठनों की मांग है कि CRPF जवान कृष्ण को शहीद का दर्जा दिया जाए क्योंकि वह देश की सेवा करते हुए मारा गया, भले ही वह छुट्टी पर था। इसके साथ ही उन्हें <strongराजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार की मांग भी उठ रही है।
📚 बच्चों की पढ़ाई और भविष्य का सवाल
भविष्य में कृष्ण के बेटे की परवरिश और पढ़ाई एक बड़ा प्रश्न बन गई है। स्थानीय स्कूलों ने पेशकश की है कि वे <strongबिना फीस</strong के बच्चे को शिक्षा देंगे। गांव के कुछ युवाओं ने मिलकर <strong“कृष्ण सहायता कोष” नाम से एक फंड शुरू किया है ताकि बच्चे और पत्नी की मदद की जा सके।
💬 अंतिम समय पर क्या बोले थे कृष्ण?
परिवारवालों का कहना है कि कृष्ण अपने बेटे को गोद में लेने के लिए बहुत उत्साहित था। उसने कहा था, “अबकी बार जब वापस ड्यूटी जाऊंगा, तब बेटे की फोटो हमेशा साथ रखूंगा।” किसी को क्या पता था कि वह अपने बेटे को देखने से पहले ही दुनिया छोड़ देगा।
🙏 संदेश और सीख
इस घटना से यह संदेश मिलता है कि हमारी सेना, पुलिस और सुरक्षाबलों के जवान न केवल सरहदों पर बल्कि घरों के भीतर भी असुरक्षित होते जा रहे हैं। हर नागरिक का यह कर्तव्य है कि वह उनके परिवारों के साथ खड़ा हो, खासकर तब जब वे ऐसे दर्दनाक हादसे का शिकार बनते हैं।