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अहमदाबाद प्लेन क्रेस में रमेश विश्वास कुमार मौत को छूकर आवाप आए ।

अहमदाबाद प्लेन क्रेस में ‘रमेश विश्वास कुमार’ मौत को छूकर वापस आए, तो उन्होंने क्या बयान दिया ?

Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद प्लेन क्रैश में 241 लोग सवार थे जिसमें एक रमेश विश्वास कुमार भी थे। आखिर यह रमेश विश्वास कुमार कौन हैं, यह भी 241 लोगों में एक व्यक्ति जो अहमदाबाद से लंदन जाने वाली प्लेन में बैठे थे। जब प्लेन 1:38 बजे उड़ान भरी उसके 59 se बाद प्लेन क्रैश हो गई, जिसमें बैठे सभी लोग अपना जीवन यमराज के यहां दे बैठे, लेकिन उसी में रमेश कुमार विश्वास नाम का व्यक्ति जो प्लान के सीट नंबर 11- A  पर बैठा था। प्लेन क्रैश होने के बाद जहां लोगों की लाशें भी पहचान में नहीं आ रही थी इस प्लेन से एक मामूली छोटों के साथ बाहर आता दिखा और यह कोई और व्यक्ति नहीं भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक रमेश विश्वास कुमार  जो इस दुर्घटना केवल अकेला जिंदा बचे है।

अब इसे कोई क्या कहे जहां सभी यमराज के पास चले गए लेकिन इन्हें हेमराज ने नहीं बुलाया, इसे चमत्कार से कम नहीं कहा जा सकता।

जलते प्लेन से जब रमेश की एंट्री हुई

 

जब रमेश जलते प्लेन की मलबे में जहां सभी लोगों की लाश ढूंढी जा रही थी, तभी इस मलवे से रमेश एक मामूली छोटों के साथ बाहर आए। वहां पर उपस्थित हजारों की भीड़ की आंखें आश्चर्य से रमेश को देख रही थी किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि यह व्यक्ति इस सैकड़ो लोगों की मलबे से आखिर जिंदा कैसे आ रहा है वहां पर मौजूद सभी टकटकी लगाकर उसी को देख रहे थें। यह रमेश की जिंदगी का वह था जिसे वह खुद समझ नहीं थे, उनको देखकर यह लगता है कब कहां क्या हो जाए कोई समझ नहीं सकता। आश्चर्य की बात यह है कि इतने बड़े प्लेन हादसा में सैकड़ो की मलबे से कोई व्यक्ति जिंदा कैसे बच सकता, उनकी वापस आने के बाद तुरंत नजदीकी हॉस्पिटल भर्ती कराया गया।

भर्ती रमेश ने मीडिया को क्या बयान दिए

रमेश की हालात जब बातचीत करने लायक हुई तो मीडिया का एक शख्स जाकर उससे बात की, रमेश ने मीडिया को बताया एरोप्लेन की पूरी कहानी। उसने कहा,”जब प्लेन उड़ान भरी थी उसे समय एयरपोर्ट से एरोप्लेन  में कुछ गड़बड़ी बताई गई थी, इस तकनीकी खराबी के कारण जब प्लेन क्रैश हो गया। रमेश बोले मेरी आंख अचानक से कुछ मिनट के लिए बंद हो गई। जब मैंने आंख खोली तो देखा मेरे आस-पास के लोग बोलने या सुनने की हालत में नहीं। मैं सीट (नंबर 11-A) सेफ्टी बेल्ट खोला और जहां से निकाल सकता था निकाल गया।

प्लेन हादसे में किसकी लाश है? कैसे पता लगाए जा रहा है ?

अहमदाबाद प्लेन हादसा जिसमें 241 व्यक्तियों की मौत चुकी है। किसी का शरीर पहचान में नहीं आ रहा है कौन कहां से किसके घर से हैं। मेडिकल टीम अपनी पूरी मेहनत से लोगों की जांच कर रही है। सरकार का आदेश है कि DNA टेस्ट करके मृतक लोगों के शव को उनके परिवार के पास पहुंचा जाए।

आखिर रमेश कौन है? कहां से आया है? क्या यह अकेले सफर में थे कि कोई इनके साथ में भी था ?

रमेश विश्वास विश्वास कुमार जो अपनी बीवी बच्चों के साथ ब्रिटिश में रहते हैं यह भारत अपने परिवार से मिलने के लिए आए थे । जब यह प्लेन में सफर कर रहे थे तो यह अकेले नहीं उनका भाई अजय भी साथ में थे। ब्रिटिश से आए थे लेकिन जा रहा है एक सिर्फ रमेश। अजय जो रमेश का भाई है यह रमेश के पीछे वाली सीट पर बैठा था। प्लेन जब अहमदाबाद से लंदन के लिए रवाना हुई ठीक 59 सेकंड दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। रमेश की खुद तो जान बच गई लेकिन उसके भाई अजय मौत की मुंह में चला गया।

 

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